भारत एक ऐसा देश जहां पर हर 200 किलोमीटर पर बोली बदल जाती है। भारत के चारो दिशाओं में अलग भाषा, अलग रंग रूप के लोग मिल जाएंगे। भारत को इसी विविधता के लिए जाना जाता है। हिन्दी भारत की आधिकारिक भाषा है। इसे राष्ट्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है।
राष्ट्रभाषा हिन्दी ही एक मात्रा भाषा जो भारत के वृहद क्षेत्र में रहने वाले लोगों से संपर्क का जरिया है। हिन्दी की बोली भी अलग-अलग प्रदेशों में अलग-अलग है। हिन्दी हमारी राष्ट्रीय अस्मिता और गौरव का प्रतीक है। राष्ट्रभाषा हिन्दी देश को एकता के सूत्र में बांधती है।
आज विश्व में हिन्दी बोलने वाले लोगों की संख्या ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। भारत के बारे जानने की विश्व के लोगों में ललक हिन्दी को सीखने और बोलने में सहायक सिद्ध हो रही है। विश्व में भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसे सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। भारत की धरती अत्यंत प्राचीन है। कई प्राचीन सभ्यताओं से भारत जुड़ा हुआ था और व्यापार का प्रमुख केंद्र था।
आजादी मिलने के बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में हिन्दी को एक मत से राजभाषा घोषित किया गया था। इस निर्णय के बाद से ही 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप मनाया जाने लगा। राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर 1953 से इसे पूरे भारत में अनिवार्य कर दिया गया। 14 सितंबर 1953 को पहली बार हिन्दी दिवस देश में मनाया गया था।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हिन्दी को जनमानस की भाषा कहा था। उन्होंने 1918 में आयोजित हिन्दी साहित्य सम्मेलन में हिन्दी को राष्ट्र भाषा बनाने के लिए कहा था। आजादी मिलने के बाद लंबे विचार-विमर्श के बाद आखिरकार 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में हिन्दी को राज भाषा बनाने का फैसला लिया गया।
दिलचस्प तथ्य
1. हिन्दी विश्व में चौथी ऐसी भाषा है जिसे सबसे ज्यादा लोग बोलते हैं।
2.ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी की ‘वर्ल्ड इंग्लिश एडिटर’ डेनिका सालाजार के अनुसार अब तक हिंदी भाषा के 900 शब्दों को डिक्शनरी में जगह मिल चुकी है।
3. साल 2017 में ऑक्सफोर्ड ने करीब 70 भारतीय शब्दों को शामिल किया था, जिनमें 33 से ज्यादा हिंदी थे। 2017 में नारी शक्ति और 2018 में आधार शब्द को ‘हिंदी शब्द ऑफ द ईयर’ के खिताब से नवाजा गया था।
4. दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र में फिजी नाम का एक द्वीप देश है जहां हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है।
5. भारत के अलावा मॉरीशस, फिलीपींस, नेपाल, फिजी, गुयाना, सुरिनाम, त्रिनिदाद, तिब्बत और पाकिस्तान में कुछ परिवर्तनों के साथ हिंदी बोली और समझी जाती है।
6. इंटरनेट पर हिन्दी के प्रसार तेजी से हो रहा है। डिजिटल माध्यम में 2016 र्में हिंदी समाचार पढ़ने वालों की संख्या 5.5 करोड़ थी, जो 2021 में बढ़कर 14.4 करोड़ होने का अनुमान है।
7. विश्व के सैंकड़ों विश्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ाई जाती है और पूरी दुनिया में करोड़ों लोग हिन्दी बोलते हैं। अमेरिका में लगभग एक सौ पचास से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों में हिंदी का पठन-पाठन हो रहा है।
8. हिंदी को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए 1975 से ‘विश्र्व हिंदी सम्मेलन’ का आयोजन शुरू किया गया।