चीन से मिल रही चुनौती और लॉकडाउन के झटके से जूझ रहा है अलीगढ़ का ताला उद्योग : कोरोना संकट के दौरान लॉकडाउन की वजह से अलीगढ़ के लॉक इंडस्ट्री का कामकाज पूरी तरह से ठप था, लेकिन अब जब कामकाज शुरू हुआ है तो उसके सामने चुनौतियां कम नहीं हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर का दौरा किया. इस अवसर पर उन्होंने अलीगढ़ के ताला उद्योग की चर्चा करते हुए इसकी सराहना की.अलीगढ़ की पहचान पूरे देश में 'तालों के शहर' के नाम से ही कोरोना संकट के दौरान लॉकडाउन की वजह से लॉक इंडस्ट्री का कामकाज पूरी तरह से ठप था, लेकिन अब जब कामकाज शुरू हुआ है ! तो उसके सामने चुनौतियां कम नहीं हैं! यह इंडस्ट्री चीन से आ रहे सस्ते माल, कच्चे माल की भारी कीमत जैसी कई चुनौतियों का सामना कर रही है! अलीगढ़ में ताला बनाने की शुरुआत कैसे हुई, लेकिन कुछ स्रोतों के अनुसार अलीगढ़ में मुगलों के जमाने से ही ताले बनते रहे हैं. पहले यहां हैंडमेड ताले बनते रहे हैं. पहले यहां हैंडमेड ताले बनते थे. कुछ स्रोतों के अनुसार, साल 1870 में इंग्लैंड से यहां एक अंग्रेज व्यापारी आए और उन्होंने जॉनसन ऐंड कंपनी की स्थापना थी. यह कंपनी इंग्लैंड से ताला आयात करके अलीगढ़ में बेचती थी! साल 1890 में कंपनी ने अलीगढ़ में ही ताला उत्पादन के लिए एक लघु कारखाना शुरू किया... आज, इस शहर में हजारों निर्माता, निर्यातक व आपूर्तिकर्ता हैं जो ताले के अलावा पीतल, तांबा, लोहा व एल्यूमिनियम उद्योगों से जुड़े है! ताला निर्माण की प्रक्रियाएं विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में पूरी की जाती हैं. यहां Brass (पीतल), Bronze (कांसा) और एल्युमिनियम उद्योग का विकास होने की वजह से तालों के लिए कच्चा माल आसानी से उपलब्ध हो जाता है. गौरतलब है कि ज्यादातर तालों का बेस मटीरियल ब्रास यानी पीतल ही होता है. कई बड़े निर्माता स्टेनलस स्टील, निकल, लोहा जैसे कच्चे माल का भी इस्तेमाल करते हैं! कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल लगा लॉकडाउन अलीगढ़ ताला इंडस्ट्री के लिए दोहरी मार साबित हुआ है! महामारी के दौरान लॉक इंडस्ट्री का काम पूरी तरह से ठप हो गया था. अब जब इंडस्ट्री ने कामकाज शुरू किया है, तो उसे फिर से चीन से मिल रही भारी चुनौती और धातुओं जैसे कच्चे माल की महंगाई का सामना करना है! इंडस्ट्री को अब भी सरकार से किसी राहत पैकेज का इंतजार है. अलीगढ़ इंडस्ट्रियल एस्टेट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्रीआदित्यनाथ को एक मेमोरंडम देकर हालात से आगाह भी किया है!